सीबीगंज (बरेली)। राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच में बने डिवाइडर पर लगे सड़क पर रोशनी के लिए बिजली का खम्भा कभी भी बड़े सड़क हादसे की वजह बन सकता है। ये खम्भे लगाए तो रोशनी के लिए गए हैं लेकिन इन खम्भों की वजह से किसी के घर का चिराग भी बुझ सकता है, और किसी के घर में हमेशा हमेशा के लिए अंधेरा भी हो सकता है।
ये रोशनी करने वाला खंभा उस डिवाइडर पर खड़ा है, जो लगभग पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो चुका है, हल्का सा ही कोई भी वाहन अगर इससे टकरा जाए तो यह बड़े हादसे को दावत दे देगा। इस खम्भे और डिवाइडर की इस हालत को ऐसा नही कोई देख नही रहा हो, इस राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वालों में सांसद, विधायक, मेयर, के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हैं, और अक्सर इस मोड़ पर उनकी गाड़ी के पहिए थम ही जाते हैं, क्योंकि कस्बे से निकलते समय और राष्ट्रीय राजमार्ग से कस्बे की तरफ मुड़ते समय अक्सर यहां पर जाम देखा जा सकता है, सबकी निगाहों में होने के बाबजूद इस डिवाइडर और खम्भे को अभी तक ठीक कराना किसी ने जरूरी नही समझा।
इसके सुधार के लिए अभी तक किसी ने कोई भी पैरवी की हो फिल्हाल दिखाई नही देता, ये खम्भा किसी भी दिन किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम देने के लिए खड़ा है अगर सही समय पर इसका इलाज नहीं ढूंढा गया तो कोई बड़ा हादसा निश्चित ही होकर ही रहेगा, ये हमारा नही क्षेत्र वासियों का ही कहना है।
आपको बता दें कि इस खंभे से दस कदम की दूरी पर ही सीबीगंज इंटर कॉलेज है इस कॉलेज में सैकड़ो बच्चे पढ़ते हैं बच्चे भी इसी क्षतिग्रस्त डिवाइडर के पास से ही होकर गुजरते हैं, वहीं क्षेत्र वासियों के नन्हे मुन्ने बच्चे बस, टैंपो, वैन से इसी क्षतिग्रस्त डिवाइडर के पास से होकर अपने-अपने स्कूल के लिए निकलते हैं, और राष्ट्रीय राजमार्ग से स्लीपर रोड पर मुड़ते समय एफसीआई गल्ला गोदाम के ट्रक भी यहीं से निकला करते हैं अगर इन ट्रकों ने मुड़ते समय इस क्षतिग्रस्त हुए डिवाइडर को अपनी ज़द में ले लिया तो हादसा होना तय है।
सड़क के बीचो-बीच डिवाइडर के इस हाल के बारे में जब पी डब्लू डी से संपर्क किया गया तब वहाँ से जानकारी हुई की यह कार्य स्मार्ट सिटी के माध्यम से कराया जा रहा है जो की वी डी ए के अंतर्गत आता है, वी डी ए के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका।
अब देखना बाकी है कि कब तक इस डिवाइडर और खंबे को दुरुस्त किया जाता है।